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Successful Trader/Investor ये गलती करने से बचते है!

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Introduction


Trading / Investing करते वक़्त क्या आपकी सोच एक Consumer कि तरह रेहती है?


इस post में हम Consumer कि सोच क्या होती है इसके बारे में जानेंगे!

इस सोच का आपके Trading / Investing पर ख़राब असर कैसे पड़ सकता है ये हम देखेंगे!

और इस सोच से बचने का एक simple solution, जो आप आसानी से इस्तेमाल कर सकते हो, उसके बारे में भी हम बात करेंगे!



Consumer कि सोच


वैसे देखा जाये तो रोज कि ज़िन्दगी में, हर एक बात में हम एक Consumer की तरह सोचते है!

आज हम सभी Consumer है!


तो आप पूछोगे की ये Consumer की तरह सोचना क्या होता है?

और इसका Trading/Investing से क्या संबंध!


Consumer की सोच २ बातो पर जोर देती है –

१. जो कुछ मैं कर रहा/रही हु, जो कुछ मैं खरीद रहा/रही हु, उसमे से मुझे कुछ न कुछ Return मिलेगा ही!

कुछ ना कुछ हासिल होगा ही!

२. जो कुछ मैं कर रहा/रही हु, जो कुछ मैं खरीद रहा/रही हु उसको मेरी जरूरत के हिसाब से थोडा बहुत Adjust / Modify किया जा सकता है!!



चाहे आप कुछ खरीद रहे हो या कोई और activity कर रहे हो, Consumer के दिमाग में ये २ बाते जरूर रहती है!

तो आप दूसरा सवाल पूछोगे, की इसमें गलत क्या है?

अगर ये सोच Consumption (personal use) के लिये कुछ खरीदने तक, या कोई activity करने तक सिमित रहे, तो इसमें कुछ गलत नहीं है!!


Trading / Investing करते वक़्त Consumer कि तरह नहीं सोचना चाहिये


लेकिन, अगर आप इसी Consumer mindset(सोच) के साथ Investment / Trading करोगे तो बड़ी मुश्किल हो सकती है!

मान लिजिये की आपने किसी कंपनी के Shares खरीद लिये!

आपका फायदा कब होगा? जब उन shares के दाम बढ़ेंगे!

लेकिन ... दाम बढ़ेंगे ही, ये जरूरी तो नहीं ना?


दाम बढ़ना या ना बढ़ना, market condition पर और उस कंपनी के performance पर निर्भर करता है!

और आप अपने जरूरत के हिसाब से यहा market movement को Adjust/ Modify भी नहीं कर पाओगे!

ठीक कहा ना?

इसलिये,आप अगर Consumer वाली सोच लेकर आओगे और ये सोचोगे की Shares ख़रीदने पर Profit तो होगा ही! तब आप मुश्किल में पड़ सकते हो!

और,

अगर आप इस सोच से साथ Shares खरीदोगे, की, उसे बेचते वक़्त आपके जरूरत के हिसाब से आपको कीमत मिल ही जाएगी! तब तो आपकी मुश्किल बढ़ने वाली है!


ये बाते समझने में वैसे तो आसन लगती है!

लेकिन फिर भी हैरत की बात ये है की काफी लोग Consumer mindset को investment/trading में लेकर आते है!



Solution क्या है?


Investment/trading कभी भी Consumer की सोच के साथ नहीं करना चाहिये!

Investment/trading हमेशा Business वाली सोच के साथ करे!



Business वाली सोच के लिये ३ बाते सीखनी जरूरी हो जाती है


१. Entry level, Target और Emergency Exit कैसे तय किया जाये?

२. कब market movement को सिर्फ देखते रहे और कब Buy / Sell करे?

३. Risk उतनी ही लेना सिखना होगा की आप market में टिके रह सको!



Conclusion


Learning Stocks - share market training में हमारा सारा ध्यान Business की सोच के साथ share market में Invest / Trade करने पर रेहता है!


शेयर बाजार का काम एक अलग तरह का Business ही है!

इसमें कोई भी successful हो सकता है!

जरूरत है सही सोच की, सही तयारी की!


हमारी ये कामना है, कि आपका Trading/Investing का सफ़र हमेशा खुशियों भरा और तरक्की भरा रहे!

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